शनिवार, 6 अक्टूबर 2018

अथर्ववेद संहिता – रहस्य, चिकित्सा और लोक कल्याण का वेद

 

अथर्ववेद संहिता – रहस्य, चिकित्सा और लोक कल्याण का वेद

अथर्ववेद संहिता (Atharvaveda Saṁhitā) चार वेदों में से चौथा वेद है। इसे "ज्ञान, चिकित्सा, तंत्र, योग, और रहस्य का वेद" भी कहा जाता है। यह अन्य वेदों की तुलना में अधिक व्यावहारिक और जनकल्याणकारी है, क्योंकि इसमें स्वास्थ्य, रोग निवारण, तंत्र-मंत्र, कृषि, राजनीति, समाज और आध्यात्म से जुड़े ज्ञान का संकलन मिलता है।


🔹 अथर्ववेद संहिता की विशेषताएँ

वर्ग विवरण
अर्थ "अथर्व" का अर्थ है ऋषि अथर्वा द्वारा संकलित ज्ञान, जो जीवन के हर क्षेत्र में उपयोगी है।
अन्य नाम ब्रह्मवेद, क्षत्रवेद
मुख्य ऋषि ऋषि अथर्वा, अंगिरस, भृगु, कश्यप
मुख्य विषय चिकित्सा, तंत्र-मंत्र, योग, राजनीति, कृषि, समाज व्यवस्था, आध्यात्म
संरचना 20 कांड (अध्याय), 730 सूक्त, 6000+ मंत्र
मुख्य देवता अग्नि, इंद्र, सोम, वरुण, पृथ्वी, सूर्य, यम, रुद्र (शिव)
प्रमुख शाखाएँ शौनक संहिता, पिप्पलाद संहिता

👉 अथर्ववेद संहिता में यज्ञ-कर्मकांड के साथ-साथ तंत्र-मंत्र, चिकित्सा और लौकिक ज्ञान का भी समावेश है।


🔹 अथर्ववेद संहिता की संरचना

अथर्ववेद संहिता को 20 कांडों (अध्यायों) में विभाजित किया गया है, जिनमें विभिन्न विषयों पर मंत्र दिए गए हैं।

भाग मुख्य विषय
1-7 कांड रोग निवारण, औषधि, मंत्र चिकित्सा, तंत्र-मंत्र
8-12 कांड समाज, कृषि, राजनीति, धन-समृद्धि
13-18 कांड ब्रह्मविद्या, योग, आत्मज्ञान
19-20 कांड यज्ञ, देवताओं की स्तुति, युद्ध मंत्र

👉 अथर्ववेद संहिता का विस्तार मानव जीवन के हर पहलू को समाहित करता है।


🔹 अथर्ववेद संहिता के प्रमुख विषय

1️⃣ चिकित्सा विज्ञान और आयुर्वेद का आधार

  • अथर्ववेद को आयुर्वेद का मूल स्रोत माना जाता है।
  • इसमें जड़ी-बूटियों और मंत्रों द्वारा रोग निवारण का उल्लेख है।
  • शल्य चिकित्सा (सर्जरी) और मानसिक रोगों के उपचार के मंत्र भी दिए गए हैं।

📖 मंत्र (अथर्ववेद 4.13.7)

"औषधयः सं वदन्ति।"
📖 अर्थ: औषधियाँ (जड़ी-बूटियाँ) हमारे साथ संवाद करती हैं और हमें स्वस्थ बनाती हैं।

👉 चरक संहिता और सुश्रुत संहिता की जड़ें अथर्ववेद में मिलती हैं।


2️⃣ मंत्र और तंत्रविद्या (रक्षा तंत्र)

  • इसमें रोग निवारण, संकट रक्षा, शत्रु नाश और जीवन में सुख-शांति के लिए विशेष मंत्र दिए गए हैं।
  • भूत-प्रेत बाधा से मुक्ति, नकारात्मक शक्तियों को दूर करने के उपाय मिलते हैं।

📖 मंत्र (अथर्ववेद 7.76.1)

"त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।"
📖 अर्थ: यह महामृत्युंजय मंत्र भगवान रुद्र की स्तुति करता है और मृत्यु पर विजय पाने में सहायक है।

👉 अथर्ववेद को "तांत्रिक वेद" भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें कई रहस्यमय और तांत्रिक सिद्धियाँ वर्णित हैं।


3️⃣ योग और ध्यान

  • अथर्ववेद में प्राणायाम, ध्यान और मोक्ष प्राप्ति के मार्ग बताए गए हैं।
  • यह अष्टांग योग (यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि) की नींव रखता है।

📖 मंत्र (मांडूक्य उपनिषद – अथर्ववेद)

"ॐ इत्येतदक्षरं ब्रह्म।"
📖 अर्थ: ॐ ही ब्रह्म (परमसत्य) है।

👉 योग और ध्यान में उपयोग किए जाने वाले कई मंत्र अथर्ववेद से लिए गए हैं।


4️⃣ राजनीति और राज्य प्रशासन

  • इसमें राजा के कर्तव्य, प्रजा के अधिकार, न्याय और प्रशासन का उल्लेख मिलता है।
  • युद्ध नीति, कूटनीति और राजधर्म का विस्तृत वर्णन है।

📖 मंत्र (अथर्ववेद 3.5.6)

"राजा राष्ट्रस्य करणम्।"
📖 अर्थ: राजा राष्ट्र की रीढ़ होता है।

👉 चाणक्य नीति और अर्थशास्त्र में वर्णित राजनीति के सिद्धांत अथर्ववेद से प्रभावित हैं।


5️⃣ कृषि और अर्थव्यवस्था

  • इसमें कृषि, व्यापार, समाज संगठन और धन-संपत्ति के सिद्धांत मिलते हैं।
  • धन, फसल, व्यापार और जल प्रबंधन पर महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है।

📖 मंत्र (अथर्ववेद 6.30.1)

"अन्नं बहु कुरुते।"
📖 अर्थ: अन्न (खाद्य) को अधिक से अधिक उत्पन्न करो।

👉 अथर्ववेद में फसल उत्पादन, जल संरक्षण और व्यापार नीति पर कई उल्लेख मिलते हैं।


🔹 अथर्ववेद संहिता का महत्व

क्षेत्र योगदान
आयुर्वेद चिकित्सा, रोग निवारण, जड़ी-बूटियों की जानकारी
राजनीति राजा के कर्तव्य, प्रजा का अधिकार, युद्ध नीति
योग और ध्यान प्राणायाम, ध्यान, मोक्ष प्राप्ति के मार्ग
तंत्र-मंत्र रक्षा तंत्र, नकारात्मक शक्तियों से बचाव
अर्थशास्त्र कृषि, व्यापार, जल प्रबंधन, आर्थिक नीति

👉 अथर्ववेद विज्ञान, चिकित्सा, राजनीति और आध्यात्म का अद्भुत संगम है।


🔹 निष्कर्ष

  • अथर्ववेद संहिता जीवन के हर पहलू से जुड़ा एक ज्ञानकोष है, जिसमें आध्यात्म, चिकित्सा, तंत्र, राजनीति, कृषि और समाज व्यवस्था का समावेश है।
  • यह वेद वैदिक काल की सबसे व्यावहारिक और वैज्ञानिक धरोहर मानी जाती है।
  • आज भी अथर्ववेद का उपयोग आयुर्वेद, योग, ध्यान, राजनीति और सामाजिक व्यवस्थाओं में किया जाता है।

📖 यदि आप अथर्ववेद संहिता के किसी विशेष विषय, मंत्र, या शाखा की विस्तृत जानकारी चाहते हैं, तो बताइए! 🙏

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